राहत इंदौरी
नमस्कार,
कल हमने हिंदी साहित्य के एक नायाब हीरे को खो दिया, जिसका नाम था राहत इंदौरी। इनकी शायरियां ऐसा जादू कर जाती थी लोगो के दिल पर की उनका कोई मुकाबला ही नहीं। उनकी शायरियो के पवन ने इस तरह का ज्वार पैदा किया चाहको के समंदर में की जब भी मुशायरे का नाम लिया जाएगा, उन्हें सबसे पहले याद किया जाएगा।
उनकी शायरियां मैंने पहली बार एक टीवी शो में देखी थी और सोचा था कौन है ये जिनके शब्द इतने असरदार और जहरीले है। राहत साहब कभी अपनी बातें शायरी के जरिए से करने में हिचके नहीं। उनकी शायरियां इस तरह की चोट देती थी कि समजने वाले को इशारा। अगर वो चाहें की किसी पर व्यंग करना है, तो वो बिना उसका नाम लिए, बिना उसकी पहचान दिए, व्यंग बाण छोड़ सकते थे।
- बीमार को मरज़ की दवा देनी चाहिए,
- अफवाह थी की मेरी तबियत ख़राब है
उनकी वतन परस्ती की शायरियां सुनके हर हिन्दुस्तानी का दिल देश के लिए धधक जाता है। वतन परस्ती की शायरियां भी उनका एक अलग स्थान रखती है। देश की तरफ आपकी जिम्मेदारियां उन शायरी में नाजिल होती है। उन शायरियों को सुनकर देश के हर नागरिक का खून खौलता हैं। उनकी कुछ देशभक्ति की शायरियां में फरमाना चाहता हूं।
- सभी का खून है शामिल यहां की मिट्टी में,
- मैं मर जाऊं तो मेरी एक पहचान लिख देना,
- शाखों से टूट जाए वो पत्ते नहीं है हम,
राहत इंदौरी का पूरा नाम राहतउल्ला कुरैशी है, जिनका जन्म इंदौर में 1 जनवरी, 1950 को हुआ था। उनको डॉ. राहत इंदौरी के नाम से मुशायरे की दुनिया जानती हैं। उनके अज़ीज़ दोस्त मुनव्वर राणा और कुमार विश्वास भी गजबनायक कवि और शायर हैं। राहत साहब ने मंगलवार को 70 साल की उम्र में इस दुनिया से विदा ली, उनके जाने से चाहकवर्ग और श्रोतागण में दुःख की लहर उठी है। उन्होंने मौत पर जो शायरियां सुनाई वो पेश करना चाहता हूं
- एक ही नदी के हैं ये दो किनारे दोस्तों,
- जनाज़े पर मिरे लिख देना यारो,
- ये बूढ़ी क़ब्रें तुम्हें कुछ नहीं बताएँगी,
इस शायरी कि महफ़िल में मैं भी अपने कुछ शेर, जो कि स्वरचित हैं, अर्ज़ करना चाहूंगा, जरा गौर फरमाइएगा।
राहत साहब की कमी हम चाहकों को खूब खलेगी, पर जो जन्म लेता है उसे एक दिन जाना पड़ता है। ईश्वर से मेरी यही प्रार्थना और गुज़ारिश रहेगी कि उनकी आत्मा को शांति मिले। राहत साहब मुशायरे की दुनिया में अमर हो चुके हैं। उन्होंने ही शायरी में बताया है कि मुझे कब्र में नहीं बल्कि यहीं पर तलाश करो। में हमेशा आपके दिल में हूं, और बेशक वो हम सब चाहकों के दिल में सदा रहेंगे।
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